Nilesh (Siddhant Chaturvedi) एक मेहनती कानून के छात्र हैं, जो निम्न जाति से आते हैं। दूसरी ओर, Vidhi (Triptii Dimri) एक उच्च जाति की लड़की है, जो अपने पिता और भाई-बहनों के साथ खुशहाल जीवन बिता रही है। दोनों भोपाल के नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में एक साथ पढ़ते हैं। Nilesh की अंग्रेजी कमजोर है, जिससे उसे नए कॉन्सेप्ट समझने में कठिनाई होती है। Vidhi उसे अंग्रेजी सिखाने का निर्णय लेती है, जिससे उनकी दोस्ती प्यार में बदल जाती है।
Vidhi Nilesh को अपनी बहन की शादी में बुलाती है, लेकिन उसके पिता उनकी नजदीकियों को लेकर संदेह में हैं और Nilesh को दूर रहने की चेतावनी देते हैं। Vidhi का भाई Nilesh का अपमान करता है। Vidhi का परिवार उनके रिश्ते का विरोध करता है और एक ठेके के हत्यारे, Shankar (Saurabh Sachdeva) को उनकी प्रेम कहानी को खत्म करने के लिए नियुक्त करता है।
क्या Nilesh और Vidhi का प्यार जीत पाएगा, या Vidhi का परिवार इसे रोक देगा? जानने के लिए Dhadak 2 देखें।
Dhadak 2 की ताकत:
Dhadak 2 की सबसे बड़ी ताकत इसकी वास्तविकता है, जो पहले भाग में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। शाज़िया इकबाल जाति भेदभाव की कड़वी सच्चाई को ईमानदारी से दर्शाती हैं, जिससे दर्शक Nilesh की कठिनाइयों को समझ पाते हैं। फिल्म का प्रारंभिक दृश्य, जिसमें Saurabh Sachdeva का किरदार शंकर एक लड़के की बेरहमी से हत्या करता है, दर्शकों को झकझोर देता है।
फिल्म का संदेश गंभीर है और आज भी प्रासंगिक है। कहानी में एक प्रवाह है, जो दर्शकों को बांधे रखता है। फिल्म का रंग ग्रेडिंग इसके अंधेरे और अनिश्चित स्वरूप के साथ मेल खाता है। शीर्षक गीत 'बस एक धड़क' और अन्य गाने जैसे 'तू मेरी धड़क है' और 'दुनिया अलग' दिल को छू लेने वाले हैं।
Dhadak 2 की कमजोरियाँ:
हालांकि फिल्म की शुरुआत मजबूत है, लेकिन इसका अंत एक अत्यधिक नाटकीय क्लाइमेक्स के साथ कमजोर पड़ जाता है, जो यथार्थ से परे लगता है। पहले भाग की वास्तविकता को बॉलीवुड के नाटकीयता ने कमजोर कर दिया है।
अंत का दृश्य अविश्वसनीय लगता है और कहानी की कच्ची धार को कम करता है। फिल्म के संवाद भी विशेष रूप से प्रभावशाली नहीं हैं। फिर भी, Dhadak 2 एक ईमानदार फिल्म है जिसमें एक जीवंत दिल है।
Dhadak 2 का ट्रेलर देखें
Dhadak 2 में प्रदर्शन:
Siddhant Chaturvedi ने Nilesh के रूप में एक सच्ची भूमिका निभाई है। वह उन दृश्यों में सर्वश्रेष्ठ हैं जहां वह अपमानित होते हैं लेकिन फिर भी खड़े रहते हैं। Triptii Dimri ने Vidhi में आकर्षण और गरिमा लाई है, जो प्रेम और सामाजिक दबाव के बीच फंसी हुई है।
Saurabh Sachdeva ने शंकर के रूप में शानदार प्रदर्शन किया है। Vipin Sharma ने Nilesh के पिता के रूप में गर्मजोशी और दिल टूटने का अहसास कराया है। Zakir Hussain ने कॉलेज के प्रिंसिपल के रूप में एक प्रभाव छोड़ा है।
Dhadak 2 का अंतिम निर्णय:
Dhadak 2 एक साहसी और दिल से भरी कोशिश है, जो रोमांस को एक शक्तिशाली सामाजिक संदेश के साथ जोड़ती है। हालांकि, इसका अत्यधिक नाटकीय अंत और पुनःनिर्माण का तत्व इसे यादगार बनने से रोकता है। कुल मिलाकर, Dhadak 2 एक सम्मानजनक प्रयास है जो और भी बेहतर हो सकता था।
आप Dhadak 2 को अब सिनेमाघरों में देख सकते हैं। StressbusterLive पर अधिक अपडेट के लिए जुड़े रहें।
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